बाबा बैजनाथ धाम देवघर |
Baba Baijnath dham Deoghar Jharkhand
दोस्तों स्वागत है आप सबों का हमारी वेबसाइट SB creation में।आज हम बात करने वाले हैं Baba baijnath dham deoghar के बारे में
Baba baijnath dham deoghar किस राज्य में राज्य में स्थित है तथा साथ ही जानेगे श्रावण में इतना भीड़ क्यों होती है सर्द्धालुयो का और इसके पीछे राज क्या है, जो इतना भारी संख्ययो में लोग इकठ्ठे होते हैं पूजा अर्चना करने।साथ ही बाबा बैजनाथ का स्थापना और इसका रहस्य के बारे में..

बाबा बैजनाथ धाम देवघर में स्थित है।यह झारखंड राज्य का जिला है।देवघर, गिरीडीह और दुमका जिला के पड़ोसी जिला है।बाबा बैजनाथ धाम (Baba baijnath dham) बोल बम के नाम से प्रसिद्ध है।सावन में यहाँ मेला 30 दिन का रहता है जो श्रवाणी मेला के नाम से जाना जाता है।सभी सर्द्धालु भगवा पोशाक पहन के आते हैं।बाबा बैजनाथ धाम श्रवण में लाखों करोड़ों सर्द्धालु आते हैं। भारत के हर कोने कोने के लोग यहाँ पूजा अर्चना करने आते हैं।और आपको बता दु की। सुलतांज से कावरिया लोग जल को उठाते है और पैदल 106 किलोमीटर चल कर बाबा बैजनाथ धाम मंदिर देवघर में जल समर्पित करते हैं।सुल्तानगंज में गंगा उत्तर की ओर बहती है जिसे उत्तरवाहिनी के नाम से जाना जाता है।सभी सर्द्धालु सबसे पहले सुल्तानगंज जाते हैं जो बिहार राज्य में स्थित है यही से जल को उठाते हैं और बाबा बैजनाथ धाम देवघर में जल अर्पित करते है।बाबा बैजनाथ धाम देवघर श्रवण के महीने में बाबा का महत्व बढ़ता है।इसलिए श्रवण के महीने में लाखों करोड़ों में सर्द्धालु बाबा बैजनाथ मंदिर इकट्ठा होते हैं। माना जाता है कि ज्यादातर लोग सबसे पहले सुल्तानगंज जाते हैं, जो बाबा धाम देवघर से 105 किलोमीटर दूर है। सुल्तानगंज में गंगा उत्तर में बहती है।इसी जगह से सभी भक्तों गंगा जल लेकर बाबा धाम देवघर की ओर पैदल आते हैं।बाबा बैजनाथ मंदिर तक 105 किलोमीटर दूरी पर तय करते हैं।लोग यहाँ ( बोल बम Bol Bam शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाने वाला बम शब्द)
बोलते हुए यहां तक बहुत ही श्रद्धा भाव के साथ पहुचते हैं। बाबा धाम तक पहुचने पर काँवरिया पहले शिव गंगा में खुद को शुद्व करने के लिए पहले एक डुबकी लेते हैं ओर फिर बाबा बैजनाथ मंदिर में प्रवेश करते हैं,तथा ज्योतिर्लिंग पर गंगा जल अर्पित करते हैं।जुलाई - अगस्त
के दौरान यह तीर्थयात्रा पूरे 30 दिनों का सावन के दौरान जारी रहता है।यह सावन के शुरुआत से ही भगतो का भीड़ होना चालू हो जाता है और सावन भर मेला रहता है।सुल्तानगंज से कुछ दूरी आने के बाद एक पहाड़ आता है जिसका नाम सुइयापहाड़ है |
यह पहाड़ तय करने के बाद तीर्थयात्रियों आधा यत्रा बचता है। बाबा धाम देवघर ऐसा मना जाता है कि भारत का सबसे लंबा धार्मिक मेला माना जाता है। सुल्तानगंज से देवघर बाबा धाम की राह पर नज़र रखने वाले लोगो का 109 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला वाली भगवा पहले तीर्थयात्रियों का है।
बाबा बैजनाथ धाम की स्थापना (Estiblish of Lord Baijnath dham)
वरुण देव की वजह से रावण कई घंटों तक लघुशंका करता रहा।बैजू रूप से भगवान विष्णु ने मौके का फायदा उठाते हुए। शिव लिंग वही रख दिया।वही शिवलिंग वही स्थापित हो गया इसलिए इस जगह का नाम बैजनाथ धाम पड़ा।
बाबा बैजनाथ धाम का रहस्य (Facts of Baba baijnath dham)
बैजनाथ देश का एक ऐसा ज्योतिलिंग है जो सक्तिपीठ है।माना जाता है कि भगवान विष्णु स्वयं ज्योतिर्लिंग की स्थापना किये थे।इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है।इसलिए इस मंदिर में स्थापित लिंग को ज्योतिलिंग के नाम से जाना जाता है।
दोस्तो इस लेख में हमने बाबा बैजनाथ धाम देवघर Baba baijnath dham deoghar के बारे एक छोटी सी जानकारी देने का प्रयास किया हूँ।साथ ही baba baijnath dham ka rahasy , बैद्यनाथ मंदिर कहाँ है,baidnath mandir Deoghar in hindi के बारे में भी जानकारी दिया हूँ।। अगर यह लेख अच्छी लगी तो फॉलो करना न भूले साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे ।
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Jay bholenath
जवाब देंहटाएंदेवघर कौन सा राज्य में पड़ता है दोस्त
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